पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है. क्योंकि SS राजामौली की फिल्म ‘RRR’ के गाने ‘नाटू नाटू’ ने Oscars Award 2023 अपने नाम कर लिया है. यानि भारतीयों ने एक बार फिर ऑस्कर (Oscars) में तिरंगा लहरा दिया है. यह 95वीं ऑस्कर अवॉर्ड (Oscars Award) सेरेमनी है, जिस पर सबकी नजरें टिकी हुई थीं. ये समारोह लॉस एंजेलिस के डॉल्बी थिएटर में आयोजित हुआ. लेकिन पूरी सेरेमनी में इंडिया की धूम मची रही. क्योंकि इस बार भारत को दो ऑस्कर अवार्ड (Oscars Award) आए हैं. बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग का अवॉर्ड फिल्म RRR के ‘नाटू नाटू’ गाने ने अपने नाम किया है. वहीं, कार्तिकी गोंजाल्विस के डायरेक्शन में बनी इंडियन शॉर्ट मूवी ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ ने भी बेस्ट डॉक्युमेंट्री शॉर्ट मूवी का अवॉर्ड जीत लिया है. यानि अब 13 मार्च की तारीख ना सिर्फ फिल्म जगत के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए ऐतिहासिक हो गई है. हालांकि फिल्म ‘आरआरआर’ का गाना ही नहीं, बल्कि पूरी मूवी ने ही दुनिया में छाप छोड़ दी है. चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं ऑस्कर के बारे में…
म्यूजिक कंपोजर ने अनोखे अंदाज में जताया आभार
अवॉर्ड जीतने के बाद गाने के म्यूजिक कंपोजर एमएम कीरवानी स्टेज पर पहुंचे और सभी का आभार व्यक्त किया, लेकिन उन्होंने जिस तरीके से स्पीच दी, वो काबिले तारीफ थी. उनका अंदाज लोगों को खूब पसंद आ रहा है. उन्होंने अपनी स्पीच से लोगों को हंसाया भी और दिल भी छू लिया. कीरवानी ने एकेडमी अवॉर्ड्स को थैंक्यू कहा. इसके बाद गाना गाते हुए सभी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हर भारतीय को गर्व महसूस कराने के लिए RRR को ऑस्कर (Oscars) जीतना ही था. उन्होंने इसे संभव बनाने के लिए हर किसी का शुक्रिया अदा किया. एमएम कीरवानी की स्पीच के बाद खूब तालियां बजीं. दीपिका भी गर्व से मुस्कुराती दिखीं. हालांकि, दीपिका पादुकोण ने भी स्टेज पर जाकर नाटू नाटू गाने और आरआरआर फिल्म की तारीफ की. इस दौरान खूब हूटिंग हुई और सबने तालियां बजाईं. इसके बाद नाटू नाटू गाने पर सिंगर काल भैरव और हालु सिप्लीगंज ने लाइव परफॉर्मेंस दी. जिसे देखने के बाद ऑडिटोरियम में मौजूद लोगों ने स्टैंडिंग ओवेशन भी दिया.
साल 2009 में एआर रहमान को मिला था Oscars
साल 2009 के ऑस्कर अवॉर्ड्स (Oscar Awards) के दौरान हॉलीवुड के दिग्गज डायरेक्टर डैनी बॉयल की फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ ने जमकर धूम मचाई थी. उस एकेडमी अवॉर्ड्स के दौरान स्लमडॉग मिलियनेयर फिल्म के खाते में अलग-अलग कैटेगरी में कुल 8 ऑस्कर अवॉर्ड्स (Oscar Award) गए थे. उस दौरान बॉलीवुड के दिग्गज सिंगर ए आर रहमान को स्लमडॉग मिलियनेयर के ‘जय हो’ गाने के लिए भी ऑस्कर अवॉर्ड (Oscar Award) मिला था. ऐसे में ये साफतौर पर कहा जा सकता है कि 81वें ऑस्कर अवॉर्ड्स (Oscar Award) समारोह पूरी तरह से स्लमडॉग मिलियनेयर फिल्म के नाम रहा था. लेकिन अब आर आर आर के नाटू-नाटू सॉन्ग ने ये कारनामा कर दिखाया है. पूरी समारोह में सिर्फ राम चरण, जूनियर एनटीआर और एसएस राजामौली की गूंज दिखी.
Oscar की कैसे हुई शुरूआत?
अमेरिका की अकेडेमी ऑफ़ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज़ द्वारा प्रदत्त अकेडमी पुरस्कार, जिसे ऑस्कर पुरस्कार भी कहा जाता है. फिल्म जगत से जुड़े सर्वश्रेष्ठ निर्देशकों, कलाकारों, लेखक और तकनीशियनों को दिया जाने वाला प्रतिष्ठित सालाना पुरस्कार है. यह दुनिया के सबसे प्रमुख पुरस्कार समारोहों में से एक है और इसे हर वर्ष 200 से अधिक देशों में टीवी पर सजीव प्रसारित किया जाता है. साल 1927 में ऑस्कर अवॉर्ड्स की शुरुआत हुई थी. मोशन पिक्चर्स इंडस्ट्री के 36 लोगों ने मिलकर इसकी शुरुआत की थी. एमजीएम स्टूडियो के हेड लुइस बी मेयर, कॉनरेड नागेल, फ्रेड निबलो और फीड बीटसोन ने मिलकर एक संगठन बनाने का प्लान बनाया. इसको अमलीजामा पहनाने के लिए 11 जनवरी 1927 को लॉस एंजिल्स के एंबेसेडर होटल में एक डिनर पार्टी आयोजित की गई. वहीं, पहली बार एकेडमी पुरस्कार समारोह 16 मई,1929 को हुआ था. जिसमें 270 लोगों ने शिरकत की थी. इसके लिए टिकट भी लिया गया था. इस समारोह में साल 1927- 28 बनी फिल्मों को नबाजा गया था. पहली बार में 15 लोगों को ऑस्कर दिया गया था.
अब तक कितनी भारतीय फिल्मों को मिला अवार्ड?
भारत को अपना पहला ऑस्कर अवॉर्ड साल 1983 में मिला था. 55वीं अकादमी अवार्ड सेरेमनी में फिल्म ‘गांधी’ के लिए भानू अथैया को बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन के लिए Oscar Award मिला था. भानू ने जॉन मोलो के साथ मिलकर गांधी फिल्म के लिए कॉस्ट्यूम डिजाइन किया था. इसके बाद सत्यजीत रे, जो भारतीय सिनेमा के सबसे महानतम फिल्मकारों में से एक हैं. उन्हें साल 1992 में Honorary एकेडमी अवार्ड मिला था. सत्यजीत रे को मोशन पिक्चर्स की कला में उनके दुर्लभ महारत और उनके गहन मानवीय दृष्टिकोण की पहचान के लिए 64वीं एकेडमी सेरेमनी में Oscar Award मिला था. इसके अलावा साल 2009 में आई स्लमडॉग मिलियनेयर को पूरे वर्ल्ड में सराहा गया था.
फिल्म ने 81वीं एकेडमी अवार्ड सेरेमनी में तीन कैटेगरी में ऑस्कर अवॉर्ड जीता था. इसमें रेसुल पूकुट्टी को बेस्ट साउंड मिक्सिंग के लिए ऑस्कर अवॉर्ड मिला था. वहीं, फिल्म का गीत ‘जय हो’ के लिए गीतकार गुलजार को बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का ऑस्कर अवॉर्ड मिला था. और संगीत की दुनिया में भारत का नाम ऊंचा करने वाले ए आर रहमान को दो ऑस्कर अवॉर्ड मिले थे. इसमें एक जय हो के लिए बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग और बेस्ट ओरिजिनल स्कोर का ऑस्कर अवॉर्ड मिला था. वहीं इस साल यानि 2023 में भारत के नाम 2 ऑस्कर अवार्ड मिले.
किन फिल्मों को मिलता है ऑस्कर?
ऑस्कर में उन फिल्मों को ही जगह मिलती है, जो इसके लिए बनाई गई गाइडलाइन्स के हिसाब से अपनी फिल्म को बनाते हैं. यानि ऑस्कर अवॉर्ड उन फिल्मों को दिया जाता है, जो अमेरिका के 6 मेट्रोपॉलिटन क्षेत्रों लॉस एंजिल्स, न्यूयॉर्क, इलिनोयस, मियामी, शिकागो, फ्लोरिडा और अटलांटा, जॉर्जिया में किसी एक कमर्शियल सिनेमाघरों में दिखाई गई हो.इसके अलावा फिल्म करीब 40 मिनट से बड़ी होनी चाहिए.उस साल 1 जनवरी से 31 दिसंबर के बीच शोकेस की गई हो.फिल्म एक ही थियेटर में कम से कम 7 दिन तक चली हो. ऑस्कर अवॉर्ड में विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म नाम से भी एक कैटेगरी होती है. जिसमें दुनियाभर की फिल्मों को आमंत्रित किया जाता है.