बीमारियों के इस दौर में मास्क किसी सुरक्षा कवच से कम नहीं है। यह नाक पर पहना जाता है जो हमारे द्वारा सांस में लिए जाने वाले हानिकारक कणों और प्रदूषकों को फिल्टर करने का काम करता है। ये खासतौर पर वायु प्रदूषण, जैसे कि फाइन पार्टिकुलेट मैटर (PM2.5), एलर्जी पैदा करने वाले कण, धूल और रासायनिक धुएं से बचाने में बहुत प्रभावी हो सकते हैं। मास्क हानिकारक कणों को हमारी श्वसन प्रणाली में जाने से पहले ही रोक देते हैं, जिससे प्रदूषित हवा के संपर्क में आने से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। आइए जानें कि मास्क वायु प्रदूषण से हमारी कैसे रक्षा करते हैं।
कणों को फिल्टर करना
N95 या KN95 जैसे उच्च फिल्ट्रेशन क्षमता वाले मास्क फाइन पार्टिकुलेट मैटर को रोक सकते हैं, जिससे फेफड़ों और रक्तप्रवाह में हानिकारक कणों के प्रवेश की संभावना कम हो जाती है। बढ़ते वायु प्रदूषण के दौरान अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए मास्क जरूर लगाना चाहिए।
एलर्जी से बचाव
मास्क सामान्य एलर्जी पैदा करने वाले कणों, जैसे पराग और धूल, को फिल्टर कर सकते हैं, जिससे छींक, खुजली, या सांस की समस्या जैसी एलर्जिक रिएक्शन को रोका जा सकता है। एलर्जी की समस्या से ग्रसित लोगों के लिए मास्क काफी राहत पहुंचाता है।
हानिकारक रसायन और गैसों से बचाव
कुछ विशेष प्रकार के मास्क आते हैं, जिनमें एक्टिवेटेड कार्बन परतें होती हैं। ये नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड जैसे हानिकारक गैसों के संपर्क को कम कर सकते हैं। ये गैसें आमतौर पर वाहनों और औद्योगिक स्रोतों से निकलती हैं। इसलिए इन गैसों से फेफड़ों को प्रभावित होने से बचाने के लिए मास्क का उपयोग करना फायदेमंद है।
श्वसन तंत्र की सुरक्षा
मास्क हवा में मौजूद जहरीले पदार्थों के सीधे संपर्क से बचाव करते हैं, जिससे ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) जैसी स्थितियों के खतरे को कम किया जा सकता है। श्वसन तंत्र सुरक्षित होने से अन्य स्वास्थ्य समस्याएं नहीं होंगी।
फेफड़ों की सूजन को रोकना
मास्क प्रदूषकों के इनहेलेशन को कम करके फेफड़ों में सूजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। वास्तव में फेफड़ों में सूजन होने से सांस से जुड़ी कई बीमारियां होती हैं। इनसे बचने के लिए मास्क जरूर लगाना चाहिए।
हृदय रोगों के जोखिम को कम करना
हवा में मौजूद कण रक्तप्रवाह में जाकर हृदय संबंधी समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। मास्क इन कणों को फिल्टर कर इस जोखिम को कम करते हैं। अगर आप हृदय रोगी हैं तो आपको विशेष रुप से अपना ख्याल रखना चाहिए और घर से बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर पहनना चाहिए।
श्वसन संक्रमण से बचाव
प्रदूषित हवा में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस के संपर्क को सीमित कर मास्क श्वसन संक्रमण के खतरे को कम करते हैं। यदि आपको सांस लेने में तकलीफ या किसी अन्य तरह की श्वसन समस्या है तो बढ़ते प्रदूषण के प्रभाव से बचने के लिए घर से बाहर निकलने से पहले अच्छी क्वालिटी का मास्क जरूर पहनने की आदत डालनी चाहिए।