हम सभी को समय-समय पर पाचन संबंधी समस्याओं का अनुभव होता है। यह समस्या आमतौर पर कई कारणों से होती है। चाहे वह बहुत अधिक जल्दी-जल्दी खाने से हो, लगातार गलत भोजन खाने से हो, या डिहाइड्रेशन से हो, ये सभी निश्चित रूप से आपको पेट की समस्याएं दे सकते हैं। हालाँकि, पाचन समस्याओं के लिए कुछ सरल घरेलू उपचार हैं जिन्हें आप लक्षणों का इलाज करने के लिए आज़मा सकते हैं। इस लेख में, हम पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए घरेलू उपाय बता रहे हैं।
पाचन संबंधी समस्याएँ क्या हैं?
पाचन तंत्र आपके शरीर का एक जटिल और महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आपके मुंह से लेकर आपके मलाशय तक फैला हुआ है। यह आपके शरीर को विभिन्न आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है और अपशिष्ट के उत्सर्जन को सुविधाजनक बनाता है।
धनिये के बीज(Coriander Seeds)
धनिये के बीज के वातहर प्रभाव पेट की खराबी को ठीक करने और पाचन, गैस और यहां तक कि आंत की ऐंठन को कम करने में मदद करते हैं। एक सॉस पैन में एक चम्मच धनिये के बीज उबालें। उबालें और छान लें। चाय को ठंडा करें और इसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं। तुरंत सेवन करें। इसे आपको रोजाना एक बार जरूर पीना चाहिए।
एप्पल साइडर विनेगर (Apple Cider Vinegar)
सेब का सिरका पाचन को ठीक करने में बहुत मदद करता है। एक कप गर्म पानी में एक बड़ा चम्मच कच्चा सेब का सिरका मिलाएं। इसे अच्छी तरह मिलाएं और रोजाना सेवन करें।आपको इसे रोजाना 1 से 2 बार करना चाहिए, खासकर भोजन से पहले। सेब का सिरका पाचक रसों के स्राव को उत्तेजित करता है जो भोजन को तोड़कर पाचन में सहायता करता है। यह सीने में जलन और अपच जैसी सामान्य पाचन समस्याओं से भी राहत दिलाता है।
अदरक (Ginger)
अदरक एक बहुआयामी जड़ी बूटी है जो पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करती है। इसकी वातहर प्रकृति सूजन और गैस से राहत दिलाने और मतली और उल्टी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है। एक कप पानी में एक चम्मच पिसा हुआ अदरक मिलाएं। इसे एक सॉस पैन में उबालें। उबालें और छान लें। जब चाय थोड़ी ठंडी हो जाए तो इसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं। चाय ठंडी होने से पहले ही सेवन करें। इसे आपको भोजन से पहले या सोने से पहले 2 से 3 बार पीना चाहिए।
कद्दू (Pumpkin)
कद्दू फाइबर के समृद्ध स्रोत हैं और इनमें स्टार्च और चीनी कम होती है। वे पचाने में आसान होते हैं और दस्त और कब्ज जैसी पाचन समस्याओं के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इसके पाचन गुणों को बेहतर बनाने के लिए इसे सब्जी शोरबा में भी मिलाया जा सकता है। कद्दू को छोटे छोटे टुकड़ों में काट कर पका लीजिये।टुकड़ों को अपने पसंदीदा सूप और स्मूदी में मिलाएं या उन्हें वैसे ही खाएं। आपको कुछ हफ्तों तक रोजाना एक बार कद्दू का सेवन जरूर करना चाहिए।
सौंफ के बीज (Fennel Seeds)
सौंफ़ का उपयोग अक्सर वातनाशक और पाचन सहायता के रूप में किया जाता है। इसके सूजन-रोधी और एंटीस्पास्मोडिक गुण पेट दर्द और सूजन की परेशानी से राहत दिलाते हैं। सूजन और अपच को कम करने के लिए जीरे का भी इसी तरह उपयोग किया जा सकता है। एक कप पानी में एक चम्मच सौंफ के बीज मिलाएं। इसे एक सॉस पैन में उबालें। उबालें और छान लें। जब सौंफ का पानी ठंडा हो जाए तो आप इसका सेवन कर सकते हैं।आपको इस मिश्रण को रोजाना भोजन से पहले 2 से 3 बार पीना चाहिए।