Side effects of eating too much dry fruits: ड्राई फ्रूट्स (dry fruits) आखिर किसे अच्छे नहीं लगते। ये सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद हैं। फाइबर, वसा और प्रोटीन से भरपूर सूखे मेवे स्नैक्स के लिए अच्छा विकल्प हैं। नट्स और सूखे मेवे संभवतः सबसे पुराने और पारंपरिक सुपरफूड हैं। घर में लोग अक्सर हमें ड्राई फ्रूट्स खाकर मजबूत बनने की सलाह देते हैं। प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम, स्वस्थ वसा, विटामिन बी और फाइबर से भरपूर, ये पोषण संबंधी पावरहाउस को डाइट में शामिल करना जरूरी हैं, लेकिन केवल सीमित मात्रा में।
ऐसे बहुत से फ्रूट्स हैं जो आसानी से ताजे उपलब्ध नहीं होते हैं। इसलिए उन्हें किसी भी समय सेवन के लिए डिहाइड्रेटेड (dehydrated) और पैक किया जाता है। ये सूखे मेवों की तरह ही स्वास्थ्यवर्धक हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप इन्हें खा सकते हैं! सूखे मेवे खाने के बहुत सारे फायदे हैं लेकिन किसी भी चीज का अधिक सेवन हानिकारक होता है। अगर आप बिना सोचे-समझे खाते हैं तो इससे आपकी सेहत पर बड़े दुष्प्रभाव ( side-effects) पड़ सकते हैं। आइए जानते हैं अधिक ड्राई फ्रूट्स खाने से क्या समस्याएं होती हैं।
त्वचा संबंधी समस्याएं (Skin related problems)
माना जाता है कि प्रोटीन और वसा से भरपूर होने के कारण, सूखे मेवे और नट्स त्वचा में, विशेषकर चेहरे पर मौजूद तेल ग्रंथियों (oil glands) को सक्रिय करते हैं। ड्राई फ्रूट्स अधिक खाने से अत्यधिक सीबम उत्पादन (sebum production) होता है, जिससे रोम छिद्रों की संख्या बढ़ जाती है। इसके कारण मुँहासे (acne) का खतरा बढ़ जाता है।
वजन बढ़ना (Weight Gain)
सूखे मेवों के अधिक सेवन से आपका वजन (weight) तेजी से बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सूखे मेवों में उच्च कैलोरी मान होता है जो वजन बढ़ाने में योगदान देता है। अगर आप रोजाना ढेर सारे सूखे मेवे खाते हैं तो आप कुछ ही समय में मोटे हो जाएंगे। इसलिए, मात्रा को लेकर सावधान रहें। एक ही ड्राई फ्रूट्स खाने के बजाय, विभिन्न प्रकार के फल खाएं।
हाइपरकलेमिया (Hyperkalemia)
सूखे मेवों में पोटैशियम की मात्रा भरपूर होती है। एक सीमा से अधिक इनका सेवन करने से शरीर के तरल पदार्थों ( body fluids) में पोटेशियम का स्तर बढ़ जाता है, जिससे मधुमेह (diabetes) मेलेटस, किडनी की बीमारी, एरिथ्मिया (severe arrhythmia) और संबंधित खतरनाक समस्याएं हो सकती हैं।
दमा (Asthma)
ड्राई फ्रूट्स को संरक्षित करने में सल्फर डाइऑक्साइड का उपयोग प्रीजर्वेटिव के रूप में किया जाता है। यह एक खतरनाक घटक है जिसका व्यापक रूप से ब्लीचिंग एजेंट और कीटाणुनाशक (disinfectant) के रूप में भी उपयोग किया जाता है। जैसे ही आप इसका अधिक सेवन करते हैं, इससे एलर्जी होने और अस्थमा होने की संभावना अधिक होती है। अस्थमा के मरीजों को सूखे मेवों के अधिक सेवन से सख्ती से बचना चाहिए।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं (Gastrointestinal problems)
उच्च फाइबर सामग्री वाले सूखे मेवे नियमित मल त्याग (regular bowel movement) और सुचारू रक्त प्रवाह (blood flow) में मदद करते हैं। हालाँकि, बहुत अधिक फाइबर का सेवन करने से सूजन, दस्त, पेट फूलना, ऐंठन और कब्ज हो सकता है। ठीक यही स्थिति ड्राई फ्रूट्स की भी है। इनमें फाइबर होता है और अधिक सेवन से आंतों की परत को नुकसान पहुंचाने की क्षमता होती है। समय-समय पर सूखे मेवों का क्रमिक और स्थिर सेवन इस जोखिम को कम कर सकता है।