‘वारिस पंजाब दे’ का नेता अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और पुलिस का बीच ‘टॉम एंड जेरी’ का खेल जारी है. टॉम यानि पंजाब दी पुलिस और जेरी यानी अमृतपाल (Amritpal Singh) को लगातार खोजने में लगी है, लेकिन उसका कोई पता नहीं लग पा रहा है. पूरे प्रदेश में पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात है. जगह-जगह चेकिंग लगा दी गई है, बावजूद इसके 12 दिन से अमृतपाल (Amritpal Singh) का कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है. और पुलिस खाली हाथ घूम रही है. इसी बीच अमृतपाल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर पुलिस को ही चुनौती दे डाली. जिससे डर का माहौल बना हुआ है. हालांकि पुलिस की छापेमारी जारी है. रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. एक समय तो बात यह भी सामने आई कि अमृतपाल (Amritpal Singh) खुद पुलिस के सामने सरेंडर करने आ रहा था, लेकिन उसका प्लान का पुलिस को पता लगने के बाद उसने अपना मन बदला और पुलिस को चकमा देकर भाग निकला. चलिए Blogopedia के इस आर्टिकल में जानते हैं इस टॉम एंड जरी के कहानी के बारे में.
आखिर कौन है Amritpal singh ?
अमृतपाल (Amritpal Singh) का जन्म साल 1993 में अमृतसर के जल्लूपुर में हुआ था. वह साल 2012 में काम करने के लिए पंजाब से दुबई चला गया था. जब उसकी उम्र 19 साल थी. अमृतपाल (Amritpal Singh) लगभग 10 साल यानी 2022 तक दुबई में ही रहा. बताया जाता है कि जब तक वह दुबई में रहा है, तब तक उसके सिर पर ना केश थे ना ही चेहरे पर दाढ़ी थी. वह दुबई में अपने चाचा के ट्रांसपोर्ट में काम करता था. लेकिन साल 2022 में अमृतपाल (Amritpal Singh) इंडिया आया. यहां वह किसान आंदोलन के दौरान दीप सिद्धू के साथ बॉर्डर पर चला गया. भारत लौटने पर उसने दोबारा केश रखकर पूरे रश्मों रिवाज से दस्तारबंदी की. साथ ही मोगा के रोडे गांव में बड़ा कार्यक्रम किया. जिसके बाद अमृतपाल (Amritpal Singh) दीप सिद्धू की संस्था ‘वारिश पंजाब दे’ का प्रमुख बन गया. इसके बाद उसने प्रदेश में एक धार्मिक यात्रा चलाई. लेकिन बाद में अमृतपाल (Amritpal Singh) अपने रंग दिखाने लगा. वो युवाओं को छकाने लगा और खालिस्तान के नाम से जोड़ने लगा. क्योंकि अमृतपाल (Amritpal Singh) खालिस्तानी समर्थक है.
Amritpal singh के पीछे क्यों पड़ी पुलिस?
साल 2023 में फरवरी की 15 तारीख को फेसबुक पोस्ट को लेकर अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) का वरिंदर सिंह नाम के युवक से तू-तू, मैं-मैं हो गई थी. इससे पहले 16 फरवरी 2023 को अजनाला में केस दर्ज किया गया. जिसमें अमृतपाल (Amritpal Singh) और उसके साथियों पर वरिंदर सिंह को किडनैट कर टॉर्चर करने का आरोप लगाया गया. जिसके बाद 16 फरवरी को अमृतपाल (Amritpal Singh) ने अजनाला थाना घेरने का अल्टीमेटम दिया. हालांकि, दूसरे दिन पुलिस ने अमृपाल के दोस्त लवप्रीत को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद 19 फरवरी को अमृतपाल (Amritpal Singh) दीप सिद्धू की बरसी में पहुंचा और खालिस्तानी की हिमायत की. साथ ही पीएम मोदी और अमित शाह पर अभद्र टिप्पणी की. इसी दौरान अमृतपाल (Amritpal Singh) ने मारपीट के मामले में अजनाला थाना घेरने की हुंकार भर दी. इसके बाद अमृतपाल (Amritpal Singh) अजनाला थाने के बाहर भीड़ के साथ पहुंचा और उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस ने बहुत रोकने कोशिश की, लेकिन अमृतपाल (Amritpal Singh) ने उग्र भीड़ के साथ थाने पर कब्जा कर लिया. इस पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें भी आईं. जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल और उसके साथी लगभग 5 घंटे तक थाने में डेरा डाले रहे. हालांकि, पुलिस के आश्वासन के बाद उसने थाना खाली कर दिया था. अमृतपाल (Amritpal Singh) की मांग थी कि पुलिस उसके साथी को रिहा कर दे. अपने दोस्त के रिहा होने के बाद अमृतपाल (Amritpal Singh) ने लवप्रीत के साथ स्वर्ण मंदिर तक पंक्ति जुलूस भी निकाला.
वीडियो जारी कर कही सरेंडर की बात
18 मार्च से पुलिस से भाग रहे अमृतपाल (Amritpal Singh) ने अचानक पुलिस के सामने सरेंडर करने की बात कही है. अमृतपाल (Amritpal Singh) ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर सरेंडर करने को कहा है. लेकिन, इसके उसने पुलिस के सामने 3 शर्त भी रही हैं. अमृतपाल (Amritpal Singh) की पहली शर्त है कि पुलिस उसे जनता के सामने सरेंडर दिखाए. अमृतपाल (Amritpal Singh) नहीं चाहता कि पुलिस उसे गिरफ्तार दिखाए. दूसरी शर्त ये है कि वो चाहता है कि जेल में पुलिस उसके साथ मारपीट नहीं करे. वहीं, तीसरी शर्त है कि उसे पंजाब जेल में ही रखा जाए. हालांकि, उसने इस दौरान पुलिस को चुनौती भी दी है कि उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर पाएगा. फिलहाल, अब ये तो देखना होगा कि पुलिस उसकी इन शर्तों को मानती है या नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि पुलिस अब हाईअलर्ट पर है. पुलिस की चप्पे-चप्पे पर नजर है. सुरक्षा-व्यवस्था चाक चौंबद हैं.
आखिर कहां छिपा है Amritpal singh?
भगोड़ा अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को पकड़ने के लिए पुलिस हाई अलर्ट पर है. अमृतपाल (Amritpal Singh) पंजाब में भी कहीं छिपा हुआ है. संभावना होशियारपुर जिले की जताई जा रही है. जिसके चलते पुलिस ने अमृतपाल (Amritpal Singh) को पकड़ने के लिए एक अभियान भी चलाया है. एक गांव में ड्रोन तैनात किये गए हैं. ताकि कोने-कोने की जानकारी पुलिस के पास रहे. जानकारी के मुताबिक, 2 दिन पहले कुछ संदिग्धों ने अपनी कार छोड़ दी थी. जिसके बाद पुलिस वाहनों की चेकिंग शुरू की. साथ ही ड्रोन को तैनात किया. अमृतसर समेत राज्य के कई शहरों में नाकाबंदी कर दी. कहा जा रहा है कि अमृतपाल (Amritpal Singh) कभी पुलिस के सामने सरेंडर कर सकता है क्योंकि उसने एक वीडियो जारी कर पुलिस के चुनौती है. फिलहाल अमृतपाल (Amritpal Singh) की गोल्डन टेंपल में सरेंडर करने की संभावना है. ऐसे में स्वर्ण मंदिर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. भारी पुलिस बल भी तैनात है. हालांकि, अब ये देखना दिलचस्प होगा कि आखिर कब अमृतपाल (Amritpal Singh) पुलिस के सामने आत्मसमपर्ण करता है. इसके साथ सवाल है कि क्या सच में अमृत सरेंडर करेगा?. और इसके पीछे उसका क्या मोटिव है? फिलहाल अब तो आने वाला वक्त ही बताएगा.