कोरोना महामारी के बाद देश में एक नई बीमारी ने जन्म ले लिया है. जिसका नाम है Eye Flu. इस बीमारी के चलते लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, लगातार बारिश और बाढ़ के कारण देश के राज्यों में बिगड़ गई है. संक्रमण का खतरा बढ़ गया है और आंखो में इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है. राजधानी दिल्ली में सबसे ज्यादा स्थिति खराब है. गली-मोहल्ले से लेकर सड़कों तक हर कोई काला चश्मा लगाए नजर आ रहे हैं. लोगों को आंखों में ललिमा, दर्द, खुजली और सूजन जैसी परेशानियां हो रही हैं. दिल्ली एम्स में Eye Flu के रोजाना 100 मामले सामने आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ भी इस बीमारी से अछूता नहीं है. यहां भी आंखों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है.
दिल्ली में क्यों बढ़ रहे Eye Flu के मामले
दिल्ली-एनसीआर में Eye Flu के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण हैं, बारिश और बाढ़. जी हां, भारी बारिश के चलते दिल्ली में संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. क्योंकि इस मौसम में लोगों का हाइजीन कम हो जाता है और कई लोगों की इम्यूनिटी भी कम हो जाती है. इसलिए संक्रमण फैलने लगता है। दिल्ली में भी अभी बारिश से लोगों के हाल खराब हैं. बड़े से लेकर बच्चे तक हर कोई संक्रमण के शिकार हो रहे हैं. सिर्फ दिल्ली एम्स में रोजाना 100 मामले सामने आ रहे हैं. जोकि काफी जोखिम भरा है. बच्चों को स्कूलों से छुट्टी लेना पड़ रहा है. वहीं, छत्तीसगढ़ में 24 घंटे में आई फ्लू के 19 हजार से ज्यादा मामले सामने आए. ऐसे में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह ने संक्रमित बच्चों को स्कूल ना बुलाने के आदेश दिए हैं. अधिकारियों से कहा है कि वे सरकारी और निजी स्कूलों को मौसमी बीमारियों से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक करें.
देखने से नहीं, छूने से होती बीमारी
Eye Flu की बीमारी आमतौर पर देखने से नहीं होती है, बल्कि छूने से होती है. ऐसा हमारा नहीं एक्सपर्ट्स का कहना है। इस बीमारी की नाम Conjunctivitis है. इसके पिंक आई इन्फेक्शन भी कहते हैं. इस बीमारी से बचने के लिए आंखों से बार-बार हाथ नहीं लगाए. दूसरे टॉबेल यूज ना करें. इसके अलावा इंफेक्शन वाले लोगों से दूरी बनाकर रखें। क्योंकि अभी बारिश का दौर चल रहा है. आमतौर पर इस मौसम संक्रमण बढ़ ही जाता है. हालांकि, इस फ्लू को आंख आना भी कहते हैं। इसके कई घरेलू उपाय भी हैं, जिससे आसानी से 1-2 हफ्ते के बीच छुटकारा पाया जा सकता है। फिर भी एक बार डॉक्टर की सलाह पर संक्रमित व्यक्ति पर दवा लेना चाहिए।
आई फ्लू से कैसे रहें सतर्क?
आईफ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरुक करना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर यह बीमारी महामारी का रूप ले लेगी, क्योंकि लगातार मामले बढ़ रहे हैं. वहीं, बारिश कहर भी जारी रहेगा. ऐसे समझना जरूरी है कि आई फ्लू से कैसे बचा जाए. चलिए हम भी आपको डॉक्टर्स के आधार पर कुछ सलाह देते है। सबसे पहले तो आप चश्में का यूज करें, ताकि आंखों से हाथ लगने से बचें,साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें, अपना तौलिया या रूमाल यूज करें. आंखों में थोड़ी परेशानी होते ही डॉक्टर को दिखाएं ताकि समय पर इलाज मिल सके।
इसके साथ आई फ्लू के लक्षण भी समझ लें- आंखे लाल होना, आंखों में पानी आना, आंखे सूज जाना, धुंधला नजर आना, दर्द गड़न और खुजली होना ही आई फ्लू का लक्षण है. इसके अलावा आंखों में खून भी आ सकता है. इसलिए इस बीमारी से सर्तक रहें और गाइडलाइन्स का पालन करें. ताकि इस गंभीर बीमारी से आप बच सकें। बच्चों को भी दूर रखें।