Rape Cases: इंसानियत मर गई लेकिन इंसान जिंदा है, जिस्म को नोच खाने वाला वो शैतान भी जिंदा है, रोज एक द्रोपदी की लूटती है आबरू, आज भी कही न कही वो दुशासन जिंदा है. जी हां…जिसने भी यह कहावत लिखी है, बिल्कुल सटीक लिखी है. क्योंकि भारत में रोजाना किसी न किसी लड़की की इज्जत लूटी जाती है. यहां कितने तरीकों से स्त्रियों पर हमले होते हैं उसकी अगर गिनती की जाए तो एक लाख भी कम पड़ जाएंगे. सारी हिंसा दो ही बिंदु पर आकर खत्म हो जाती है कि सरकारी कार्रवाई हुई या नहीं. उसके बाद भी यह Violence किसी और रूप में कहीं और जारी रहता है. जिनमें से कई मामले सामने आत हैं तो इज्जत के चलते दबा दिए जाते हैं. वहीं कई मामलों को सियासी और साम्प्रदायिकता के रंग में रंग दिया जाता है. कोई उन बच्चियों के साथ हुई हैवानियत (rape) के जख्मों में भी भगवा या हरा रंग ढूंढ लेता है. कई मामले धर्म की आंधी में दब जाते हैं. यानि जब तक पीड़िता और आरोपी दोनों अलग-अलग धर्म के ना हों, तब तक कोई खबर सामने नहीं आती. इसके बावजूद भी आए दिन इस देश में दुष्कर्म की घटनाएं सामने आती हैं. तो आइए इस आर्टिकल में जानते हैं बेटियों पर हो रहे अत्याचारों की कहानी.
दिल्ली में 5वीं क्लास की बच्ची से गैंगरेप
23 मार्च यानि गुरुवार को देश की राजधानी दिल्ली में एक मासूम छात्रा की इज्जत लूट ली गई. बच्ची गाजीपुर इलाके के दिल्ली नगर निगम के स्कूल में 5वीं क्लास में पढ़ती है. जिसे स्कूल के चपरासी ने नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया और फिर अपने दोस्तों के साथ मिला गैंगरेप (Rape) को अंजाम दिया. इस घटना की जानकारी लगने पर स्कूल के प्रिंसिपल ने संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराई. जिसके आधार पर पुलिस ने गैंगरेप, अपहरण, पॉक्सो समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है. जानकारी के मुताबिक, छोटी सी बच्चों को हैवानियत का शिकार बनाने वाले आरोपी चपरासी की उम्र 54 साल है. जिस पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है. MCD के ऑफिसर्स ने आरोपी चपरासी को निलंबित कर दिया है.
7वीं क्लास की बच्ची से सौतेले बाप ने की दरिंदगी
5 दिन पहले यानि 18 मार्च को दिल्ली के ही भलस्वा डेयरी इलाके में एक सातवीं की छात्रा को रेप (Rape) का शिकार बनाया गया. हैरान करने वाली बात तो यह है कि मासूम सी बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाला कोई और नहीं, बल्कि उसी का सौतेला पिता है. आरोपी ने पीड़िता के साथ उसकी मां की अनुपस्थिति में कई बार दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इतना ही नहीं, विरोध करने पर जाने से मारने की धमकी देता था. लेकिन एक दिन हद पार हो जाने पर बच्ची ने पुलिस को बुला लिया और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रेप और पॉक्सो के तहत केस दर्ज किया है. पीड़िता ने पुलिस को जानकारी दी कि उसकी मां ने दूसरी शादी की हैं. उसके पहले पिता उत्तरप्रदेश के मैनपुरी में रहते थे. लेकिन, 9 साल पहले उनका निधन हो जाने के बाद मां ने दूसरी शादी की. पीड़िता की मां प्राइबेट जॉब करती है. वहीं, आरोपी ई-रिक्शा चलाता है. हालांकि, अब पुलिस ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है. अब देखना होगा कि पुलिस अगला कदम क्या उठाती है?
रोहणी में विदेशी महिला की इज्जत हुई तार-तार
इंडिया में दुष्कर्म (Rape) की घटनाएं इतनी बढ़ गई हैं कि उनका आकलन करना मुश्किल हो रहा है. एक महीने के अंदर ही सिर्फ देश की राजधानी दिल्ली में कई मामले सामने आ गए हैं. बीते 15 मार्च को रोहणी इलाके में उज्बेकिस्तान मूल की एक विदेशी महिला को हैवानियत का शिकार बनाया गया था. पीड़ित विदेश महिला अपने बेटे के डिस्क ऑपरेशन के लिए इलाज कराने इंडिया आई थी. लेकिन, युवकों में हवस इतनी ज्यादा भरी हुई है कि वह किसी को भी नहीं छोड़ते. ऐसा ही कुछ उस विदेशी मजबूर महिला के साथ हुआ. दरअसल, आरोपी ने पीड़िता की मदद के बहाने रेप किया. इतना ही नहीं, उसके महिला का वीडियो भी बनाया. जिसकी शिकायत पीड़िता ने पुलिस में की. आरोप है कि आरोपी ने पीड़िता को जूस पिलाया , जिसे पीने के बाद वह बेहोश हो गई. इसके बाद उसने महिला के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया. फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है है.जानकारी के मुताबिक, पीड़ित महिला साल 2019 में अपने बेटे के साथ इंडिया आईं थीं. उनके बेटे का डिस्क ऑपरेशन होना था. कुछ महीने हॉस्पिटल में एडमिट रहा. लेकिन बाद में स्वस्थ होने पर बेटे को उसकी दादी के साथ वापस उज्बेकिस्तान भेज दिया. लेकिन, उसके देश के कुछ लोग साउथ दिल्ली में रहते हैं. लेकिन, उसे काम की भी जरुरत थी तो वह उनके घर में कुकिंग और क्लीनिंग का काम करने लगी. इसके बदले उसे वेतन भी मिलती थी. मगर, एक दिन पीड़िता की दोस्त जो दिल्ली के एक युवक के साथ लिव इन में रोहिणी सेक्टर 15 में रहती है. उसे घर ले आई. आरोप है कि उस शख्स ने पीड़ित महिला को वीजा का समय बढ़वाने में मदद का भरोसा दिया और वारदात को अंजाम दिया.
सरकार के कानों में कब गूंजेगी बच्चियों की आवाज?
इस देश में रोजाना किसी की बेटी, किसी की बहु और किसी की पत्नी हैवानियत की शिकार हो रही है. आज अगर आप दिल्ली के बारे में चर्चा कर रहे हैं. कल पता नहीं ऐसी ही कोई भयानक घटना कहां दोहरा दी जाए. दुष्कर्म और दुष्कर्म के हत्या के मामलों को लेकर इस पार्टी की सरकार बनाम उस पार्टी की सरकार की सियासत हो चुकी, अपराधियों के मजहब को लेकर भी सियासत हो चुकी है. लेकिन लडकियों के साथ हो रहे अपराधों में कोई कमी नहीं आ रही है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर सरकार तक कैसे आवाज पहुंचाएं?