क्या आप जानते हैं कि गांवों के स्कूलों में पढ़ाई को आसान और आधुनिक बनाने के लिए एक अनोखी तकनीक आई है? इसे कहते हैं मेधा AI। यह भारत का पहला टीचर असिस्टिव AI सिस्टम है, जो शिक्षकों को पढ़ाने में और बच्चों को सीखने में मदद करता है। इसे खासतौर पर उन गांवों के लिए बनाया गया है जहां इंटरनेट की सुविधा नहीं है।
क्या है मेधा AI?
मेधा AI एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसे कोग्रेड स्टार्टअप ने बनाया है। यह शिक्षकों के लिए कंटेंट डिलीवरी, लेसन प्लानिंग और स्टूडेंट असेसमेंट जैसे कामों में मदद करता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह ऑफलाइन मोड में भी काम करता है। यानी इसे चलाने के लिए आपको इंटरनेट की जरूरत नहीं है।
किसने शुरू किया यह सिस्टम?
मेधा AI को शुरू करने वाले हैं हिमांशु और सौरभ, जो देश के टॉप कॉलेजों से पढ़े हैं। हिमांशु ने MNNIT से ग्रेजुएशन किया और एक स्टार्टअप, कोग्रेड, की शुरुआत की। बाद में उनके दोस्त सौरभ, जिन्होंने IIT से मास्टर डिग्री की है, भी इस प्रोजेक्ट से जुड़े। इन दोनों ने मिलकर ग्रामीण शिक्षा को बेहतर बनाने का सपना देखा और उसे हकीकत में बदला।
गांव और शहर के बीच की खाई को पाटने की कोशिश
भारत में गांवों और शहरों के स्कूलों के बीच शिक्षा की गुणवत्ता में बहुत बड़ा अंतर है। मेधा AI का मकसद है कि गांवों के बच्चे भी उन्नत शिक्षा के साधनों का लाभ उठा सकें। यह सिस्टम शिक्षकों को ऐसे टूल्स देता है, जो पढ़ाई को दिलचस्प और आसान बनाते हैं।
कोरोना काल से शुरू हुई कहानी
कोरोना महामारी के दौरान हिमांशु और उनकी टीम ने एक ऐसा ऐप बनाया था, जो डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देता था। उसी ऐप ने आगे चलकर मेधा AI का रूप लिया। यह आज गांवों के स्कूलों में शिक्षा का चेहरा बदल रहा है।
शिक्षा अधिकारियों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम
उत्तराखंड में ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर्स (BEO) को मेधा AI के जरिए ट्रेनिंग दी जा रही है। इससे यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शिक्षा के आधुनिक तरीके हर स्कूल तक पहुंचें।
गांवों में क्रांति लाने की कोशिश
मेधा AI का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह उन इलाकों में भी काम करता है जहां इंटरनेट नहीं है। इसके जरिए शिक्षक बच्चों को नए और मजेदार तरीके से पढ़ा सकते हैं। यह सिस्टम शिक्षा को इतना आसान बना देता है कि कोई भी बच्चा इसे आसानी से समझ सकता है।
युवाओं की मेहनत का नतीजा
हिमांशु और सौरभ के साथ इस प्रोजेक्ट में कई और लोग भी जुड़े, जिन्होंने इसे इतना बड़ा बनाया। यह उन युवाओं की मेहनत का नतीजा है, जो समाज में बदलाव लाना चाहते थे।
मेधा AI क्यों है खास?
- ऑफलाइन मोड: बिना इंटरनेट भी काम करता है।
- शिक्षकों की मदद: पढ़ाई को आसान बनाता है।
- गांवों पर फोकस: ग्रामीण इलाकों के लिए खासतौर पर डिज़ाइन किया गया।
हिमांशु और उनकी टीम ने यह साबित कर दिया है कि सही तकनीक और जुनून से बड़े बदलाव किए जा सकते हैं। यह सिस्टम गांवों के बच्चों के लिए शिक्षा के नए दरवाजे खोल रहा है।
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