आज के समय में जब हर कोई सेहत के प्रति सजग है, तो एक सवाल अक्सर उठता है कि खाना पकाने में बटर (मक्खन) ज़्यादा फायदेमंद है या प्लांट ऑयल (वनस्पति तेल)? दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं, लेकिन यह समझना ज़रूरी है कि किसका इस्तेमाल कब और कैसे किया जाए। आइए जानते हैं कि आपकी सेहत के लिए क्या बेहतर है — बटर या प्लांट ऑयल?
बटर (Butter)के फायदे – 5 बातें जो इसे खास बनाती हैं
1. विटामिन्स का अच्छा स्रोत
बटर में प्राकृतिक रूप से विटामिन A, D, E और K पाए जाते हैं। ये सभी वसा में घुलनशील विटामिन हैं, जो त्वचा, आंखों, हड्डियों और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए ज़रूरी होते हैं। प्लांट ऑयल्स में ये विटामिन या तो कम मात्रा में होते हैं या शरीर द्वारा उतनी आसानी से नहीं लिए जा सकते।
2. मध्यम आंच पर स्टेबल
घी या क्लैरिफाइड बटर (clarified butter) मध्यम आंच पर पकाने के लिए अच्छा होता है क्योंकि यह जल्दी ऑक्सिडाइज नहीं होता। इससे भोजन का स्वाद भी बेहतर रहता है और हानिकारक केमिकल्स कम बनते हैं।
3. खाने का स्वाद बढ़ाता है
बटर खाने में एक खास गंध और स्वाद जोड़ता है। खासकर बेकिंग और सॉस में इसका उपयोग स्वाद को बढ़ा देता है जो सामान्य तेलों से नहीं मिल पाता।
4. कम प्रोसेसिंग वाला विकल्प
परंपरागत मक्खन केवल क्रीम को मथकर बनाया जाता है, जबकि कई वनस्पति तेल रासायनिक प्रोसेसिंग से तैयार होता है जैसे रिफाइनिंग, ब्लीचिंग और डियोडराइजेशन, जिससे पौष्टिकता कम हो सकती है।
5. भूख पर नियंत्रण
बटर में संतृप्त वसा (saturated fat) होती है, जो पाचन को धीमा करती है और देर तक पेट भरा महसूस होता है। इससे बार-बार खाने की इच्छा कम हो सकती है।
प्लांट ऑयल के फायदे – 5 कारण जो इसे बेहतर बनाते हैं
1. संतृप्त वसा की मात्रा कम
प्लांट ऑयल्स जैसे ओलिव ऑयल, सूरजमुखी तेल आदि में असंतृप्त वसा (unsaturated fats) अधिक होती है, जो शरीर के लिए फायदेमंद मानी जाती है। ये खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाकर हृदय को सुरक्षित रखने में मदद करती हैं।
2. दिल की सेहत के लिए बेहतर
कई वनस्पति तेलों में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं, जो रक्तचाप कम करने, सूजन घटाने और दिल की बीमारियों से बचाव में मददगार होते हैं।
3. ज्यादा स्मोक पॉइंट
प्लांट ऑयल्स जैसे एवोकाडो, मूंगफली या सूरजमुखी तेल का स्मोक पॉइंट ज्यादा होता है, यानी ये ज्यादा तापमान पर भी नहीं जलते। इससे डीप फ्राई या तेज़ आंच पर खाना पकाने में लाभ होता है।
4. लैक्टोज-फ्री और वीगन विकल्प
वनस्पति तेल दूध से नहीं बनते, इसलिए ये लैक्टोज इनटॉलरेंट लोगों और वीगन डाइट वालों के लिए उपयुक्त हैं। जबकि बटर में थोड़ा बहुत लैक्टोज और केसिन हो सकता है, जिससे कुछ लोगों को परेशानी हो सकती है।
5. वजन कंट्रोल में मददगार
प्लांट ऑयल्स शरीर की वसा चयापचय (fat metabolism) को बेहतर करते हैं और सूजन कम करते हैं। इनसे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। जबकि, बटर के ज़्यादा सेवन से वसा जमा हो सकती है।
दोनों में से क्या चुनें?
बटर और प्लांट ऑयल दोनों के अपने फायदे हैं। यदि आप स्वाद और विटामिन चाहते हैं, और खाना हल्की आंच पर पका रहे हैं, तो थोड़ी मात्रा में बटर या घी उपयोग कर सकते हैं। लेकिन अगर आप दिल की सेहत, वजन और हाई-टेम्परेचर कुकिंग का ध्यान रखते हैं, तो प्लांट ऑयल्स बेहतर विकल्प हैं।