आमतौर पर लोग गर्मी के मौसम में हिल स्टेशनों पर समय बिताना पसंद पसंद करते हैं। वहीं, उत्तर-पूर्व भारत में देश के बहुत से आकर्षक हिल स्टेशन्स स्थित हैं। यहां पर आप गर्मी के मौसम में पूरी तरह एन्जॉय कर सकते हैं। ऐसे में यदि आप गर्मियों के मौसम में ईस्ट इंडिया घूमने का मन बना रहे हैं, तो हम इस आर्टिकल में आपके लिए कुछ बेहतरीन जगहों की लिस्ट लेकर आये हैं। इन जगहों पर आप गर्मिओं में पूरा आनंद ले सकते हैं।
पेलिंग, सिक्किम
अगर आप गर्मिओं की छुट्टियां पश्चिमी घाट या शिवालिक के अलावा किसी दूसरे हिल स्टेशन में बिताने चाहते हैं, तो आप सिक्किम के प्रसिद्ध हिल स्टेशन पेलिंग आ सकते हैं। भारत में गर्मियों के मौसम में नॉर्थ-ईस्ट सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। सिक्किम का पेलिंग जिला मुख्यालय, ग्यालशिंग से लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है। पेलिंग में सबसे रोमांचक चीज सुबह के वक्त कंचनजंगा का लुभावना दृश्य है। इसके साथ ही पेलिंग से मात्र 1km की दूरी पर मशहूर पेमयांगत्से मठ स्थित है यहाँ पर आप ट्रेकिंग करके जा सकते हैं।
मोकोकचुंग, नागालैंड
यदि आप ट्राईबल एरियाज में जाना पसंद करते हैं तो, आप नागालैंड के मोकोकचुंग में जा सकते हैं। मोकोकचुंग में आपको कुछ अलग चीजें देखने को मिलेंगी जो आपको भारत में शायद ही कहीं मिले। राजधानी कोहिमा से मोकोकचुंग तक पहुँचने में तकरीबन 6 घंटे लगते हैं। आपको बता दें कि इस गांव का पूरा समुदाय ईसाई धर्म को मानता है, लेकिन फिर भी इस समुदाय के लोगों ने अपनी पारंपरिक प्रथाओं को नहीं त्यागा। मोकोकचुंग में छोटे-छोटे गांव हरी-भरी पहाड़ियों पर वसे हैं। यहां पर नागा जनजाति के लोग रहते हैं।
मोकोकचुंग में आप लोंगखुम, उंगमा गांव, मोलुंग गांव की यात्रा कर सकते हैं। लोंगखुम मुख्य रूप से उत्तम हथकरघा और हस्तशिल्प के लिए फेमस है। वहीं, उंगमा गांव नागालैंड का दूसरा सबसे बड़ा गांव है।
तवांग, अरुणाचल प्रदेश
गर्मिओं के दौरान आप तवांग घूमने आ सकते हैं। यह एक बहुत खूबसूरत टूरिस्ट स्पॉट है। यहां पर कुछ जगहें ऐसी हैं, जो आपकी यात्रा को बहुत दिलचस्प बना देंगी। जैसे कि सेला दर्रा, नूरनांग वाटरफॉल, गोरीचेन चोटी, तवांग मठ।
तवांग में आप गोरीचेन चोटी जा सकते हैं। यह अरुणाचल प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी है। गोरीचेन चोटी तवांग और पश्चिम कामेंग जिलों के मध्य में मौजूद है। साथ ही सेला दर्रा विश्व के सबसे हाई मोटरेबल पर्वतीय दर्रों में शामिल है। यह एक सड़क है जो तवांग को गुवाहाटी से जोड़ती है। इसके अलावा सेला झील के पास मौजूद सेला दर्रा भी खूबसूरत जगहों में शामिल है।
इसके अलावा आप तवांग मठ की यात्रा भी कर सकते हैं। तवांग मठ को लोग गोल्डन नामग्याल ल्हात्से के नाम से भी जानते हैं। ये अरुणाचल प्रदेश के अनमोल रत्नों में शुमार है। यह विश्व के दूसरे सबसे बड़े मठों में भी आता है। इसके साथ ही आप झरनों का आनंद लेने के लिए नूरनांग वाटरफॉल भी जा सकते हैं।
जीरो, अरुणाचल प्रदेश
जीरो वैली अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबानसिरी जिले में समुद्रतल से लगभग 5500 फुट की ऊंचाई पर बना है। जीरो वैली एक विचित्र सा शहर है। यहां पर हरे रंग के देवदार के पेड़ों, हरे-भरे बांस के जंगल, पहाड़ों के बीच धान के खेत आपको अपनी तरफ आकृषित करेंगे। जीरो वैली जितनी अपने संपन्न वन्यजीव के लिए फेमस है, उतनी ही फेमस यहां के रहने वालों के लिए भी है। यहां पर अपातिनी जनजाति के लोग रहते हैं। अपातिनी जनजाति ने ही जीरो वैली में धान की खेती शुरू की थी। इसके अलावा सिंचाई के लिए इन्होंने ही नालीनुमा नहरों के चैनल बनाए थे।
जुकोऊ घाटी, नागालैंड
जुकोऊ वैली नॉर्थ-ईस्ट के नागालैंड और मणिपुर के राज्यों के चरम-सीमा पर स्थित है। यह घाटी अपनी प्राकृतिक वातावरण और प्राणी-वनस्पति अनेकता के लिए फेमस है। ऐसा कहते हैं कि जो फूल यहां पर खिलते हैं, वह पूरे भारत में कहीं नहीं मिलते। यह वैली मौसमी पेड़-पौधे, फूलों की सुन्दरता और ऊंचे- पहाडों के कारण बेहद आकर्षक है।
यह वैली सबसे ज्यादा ट्रैकिंग के कारण भी फेमस है। ऐसा कहते हैं की नागालैंड के विस्वेमा गांव की पहाड़ियों से होकर यहां पर आसानी से आ सकते हैं। बर्ड्स वाचर्स के लिए जुकोऊ वैली किसी जन्नत से कम नहीं।
हाफलोंग, असम
असम में हाफलोंग, गुवाहाटी से लगभग 310 कम की दूरी पर स्थित है। हाफलोंग हिल स्टेशन अपनी आकर्षक पहाड़ियों, घाटियों और परिदृश्य के लिए फेमस है। प्रकृति प्रेमियों के लिए हाफलोंग बेहद चर्चित है। आपको बता दें कि हाफलोंग हिल, असम का एकलौता हिल स्टेशन है। यह एक मनोहर हिल स्टेशन है जो कई नदियों, झीलों, झरनों और हरे-भरे जंगलों के बीच स्थित है।
प्रकृति प्रेमियों और कैंपिंग के दीवानों के लिए हाफलोंग बहुत बेहतरीन जगह है। इसके अलावा हाफलोंग झील, असम की सबसे खूबसूरत झील है। हाफलोंग झील शहर का मुख्य टूरिस्ट प्लेस है। यह झील असम की सबसे बड़े प्राकृतिक जल निकायों में शुमार है। इनके अलावा आप माईबोंग भी घूम सकते हैं। माईबोंग माहुर नदी के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित एक छोटा सा शहर है। यह शहर हाफलोंग से सिर्फ 47 km की दूरी पर मौजूद है। साथ ही आप जतिंगा भी जा सकते हैं। जतिंगा पक्षियों की आत्महत्या की घटना के लिए बहुत चर्चित है।
माजुली, असम
पृयटकों के लिए माजुली में समृद्ध संस्कृति और विरासत के अलावा अद्भुत आकर्षण देखने के लिए बहुत सारी चीजें हैं। माजुली विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप है। यह असम की ब्रह्मपुत्र नदी पर स्थित है। आपको बता दें कि यह नदी द्वीप हमारे देश भारत में एक जिला घोषित होने वाला पहला द्वीप है। माजुली असम के मुख्य टूरिस्ट प्लेस में से एक है।
आप माजुली में कमलाबाड़ी सतरा, दखिनपत सतरा, तेंगापनिया, औनियाती सतरा, फेरी की सवारी, द्वीप पर साइकिल चलाना, पथोरिचुक विलेज वॉक, माजुली में खाना-पीना इत्यादि जैसे चीजें कर सकते हैं। आपको बता दें कि यह द्वीप मिट्टी के बर्तनों के उत्पाद और कलाकृतियों के डिजाइन और गुणवत्ता के लिए भी फेमस है।
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निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको नॉर्थ-ईस्ट की उन खूबसूरत और अद्भुत जगहों के बारे में बताया जहां आप गर्मिओं के मौसम में फुल एंजॉय कर सकते हैं। उम्मीद है कि ऊपर दी गई जानकारी आपके लिए मददगार होगी। यदि आपको इस आर्टिकल से जुड़ी किसी तरह की कोई समस्या हो तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं।