Castor Oil in Hindi :अरंडी का तेल सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद है। यह एक गाढ़ा और हल्का पीला वनस्पति तेल होता है जो अरंडी के बीजों से प्राप्त किया जाता है। यह सदियों से आयुर्वेद और घरेलू उपचारों में इस्तेमाल किया जा रहा है, खासकर त्वचा, बालों और पाचन समस्याओं के इलाज में। इसका मुख्य घटक रिसिनोलेइक एसिड होता है, जिसमें एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और मॉइस्चराइज़िंग गुण मौजूद होते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे अरंडी का तेल आपके संपूर्ण सेहत को बेहतर बना सकता है।
पाचन स्वस्थ रखे
अरंडी का तेल एक प्राकृतिक लैक्सेटिव के रूप में काम करता है। यदि इसे बहुत कम मात्रा में और डॉक्टर की देखरेख में सेवन किया जाए, तो यह आँतों की मांसपेशियों को सक्रिय करता है और कब्ज से राहत दिलाता है। इसमें मौजूद रिसिनोलेइक एसिड आँतों की दीवारों पर असर डालकर मल त्याग को आसान बनाता है, जोकि केमिकल लैक्सेटिव की अपेक्षा अधिक बेहतर होता है।
जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द से राहत
इस तेल के सूजन-रोधी गुण जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द में अत्यंत फायदेमंद होते हैं। यदि इसे हल्का गर्म करके त्वचा पर मालिश के रूप में या गर्म पट्टी के साथ लगाया जाए, तो यह गहराई तक जाकर सूजन और अकड़न को कम करता है। गठिया, पीठ दर्द और शरीर की थकावट में यह एक प्राकृतिक राहत प्रदान करता है।
त्वचा को हाइड्रेट करे
कैस्टर ऑयल त्वचा की नमी को बनाए रखने वाला एक बेहतरीन ऑयल है। यह हवा से नमी खींचकर त्वचा में बंद कर देता है और एक सुरक्षात्मक परत बनाता है। यह रूखी त्वचा, एक्ज़िमा, फटे होंठ और हल्के जलने या चोट लगने पर राहत देता है। साथ ही, इसके एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा को संक्रमण से भी बचाते हैं।
बालों की ग्रोथ बढ़ाए
यदि अरंडी के तेल से सिर की नियमित मालिश की जाए, तो यह ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है और बालों की जड़ों को पोषण देता है। इसके एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण रूसी और स्कैल्प इन्फेक्शन से लड़ते हैं। इससे बाल मोटे, चमकदार और मजबूत बनते हैं।
प्रतिरक्षा तंत्र को मज़बूती
अरंडी का तेल लिम्फैटिक सिस्टम को उत्तेजित करता है, जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है। यदि इसे पेट पर गर्म पट्टी के रूप में उपयोग किया जाए, तो यह लसीका प्रवाह को बेहतर करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
मुहांसे और त्वचा की सफाई
अरंडी का तेल मुहांसों वाली त्वचा के लिए भी उपयोगी है। इसके एंटीमाइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं और सूजन व लालिमा को कम करते हैं। यह त्वचा में गहराई तक जाकर गंदगी और तेल को साफ करता है।
पीरियड के दर्द में आराम
पीरियड्स के दौरान यदि कैस्टर ऑयल को गर्म करके पेट के निचले हिस्से पर सिंकाई करने से यह गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम देता है और दर्द को कम करता है। इसकी एंटी इंफ्लेमेटरी गुण आंतरिक जलन को भी शांत करती है।
फटी एड़ियों को सॉफ्ट करे
अरंडी का तेल फटी एड़ियों और मोटी, रूखी त्वचा को मुलायम बनाने में बहुत उपयोगी है। यह त्वचा की परतों में गहराई तक जाकर नमी पहुंचाता है और नियमित प्रयोग से त्वचा की बनावट को बेहतर करता है।
सावधानी:
हालाँकि यह तेल अत्यंत फायदेमंद है, लेकिन इसके बीज कच्चे रूप में विषैले होते हैं। अधिक मात्रा में सेवन करने से उल्टी, दस्त या पेट दर्द हो सकता है। इसलिए इसका उपयोग सीमित और सुरक्षित मात्रा में ही करें।
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