Impact Of Stress On Heart Health in Hindi: तनाव आपके स्वास्थ्य पर जितना हानिकारक प्रभाव डालता है, उतना आप सोच भी नहीं सकते। क्रोनिक स्ट्रेस आपके मानसिक, शारीरिक और संवेगात्मक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। यह न केवल आपके मूड को खराब करता है बल्कि पाचन तंत्र, प्रतिरक्षा प्रणाली और संपूर्ण स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। लंबे समय तक तनाव रहने से शरीर में कई तरह के लक्षण पैदा होते हैं, जैसे सिरदर्द, अनिद्रा, घबराहट, बेचैनी, उच्च रक्तचाप, हृदय गति का बढ़ना और चिड़चिड़ापन। यदि तनाव को सही समय पर नियंत्रित नहीं किया जाए, तो यह हृदय रोगों के खतरे को बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं कि स्ट्रेस हृदय की सेहत को कैसे नुकसान पहुंचाता है।
हृदय रोग का खतरा: तनाव रक्तचाप को बढ़ाता है, जो हृदय रोग के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके अलावा, तनाव हृदय की धड़कन को तेज कर सकता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों पर अधिक दबाव पड़ता है।
अनहेल्दी आदतें डेवलप होना: क्रोनिक स्ट्रेस के कारण लाइफस्टाइल अनहेल्दी हो सकती है, जैसे कि खराब खानपान, शारीरिक निष्क्रियता, धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन, जो हृदय रोगों में योगदान कर सकते हैं।
सूजन बढ़ना: लंबे समय तक तनाव शरीर में सूजन को बढ़ा सकता है, जिससे धमनियों में प्लाक जमा होने का खतरा बढ़ जाता है और हृदय रोग का जोखिम बढ़ सकता है।
हृदय धड़कनों की अनियमितता: अत्यधिक तनाव लेने से हृदय की धड़कनें अनियमित हो सकती हैं। इससे जीवन को गंभीर खतरा हो सकता है।
हाइपरटेंशन: तनाव की स्थिति में शरीर एड्रेनालिन और कॉर्टिसोल जैसे हार्मोन अधिक मात्रा में उत्पन्न करता है, जिससे हृदय की धड़कन तेज़ हो जाती है और रक्तचाप बढ़ सकता है। लंबे समय तक उच्च रक्तचाप हृदय रोगों का कारण बन सकता है।
स्ट्रेस-इंड्यूस्ड कार्डियोमायोपैथी:अत्यधिक भावनात्मक तनाव के कारण हृदय की मांसपेशियाँ अस्थायी रूप से कमजोर हो सकती हैं, जिससे हृदय की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इसे “ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम” भी कहा जाता है।
हृदय को हेल्दी रखने के उपाय
तनाव के प्रारंभिक लक्षणों और संकेतों को पहचानना और उनका समाधान करना आवश्यक है। तनाव को कंट्रोल करने के लिए अपनी जीवनशैली में हेल्दी आदतों को शामिल करें, जैसे-
- नियमित एक्सरसाइज: नियमित एक्सरसाइज तनाव को कम करने में मदद करता है और हृदय को मजबूत बनाता है। विशेषरुप से हृदय रोगियों को तनाव से बचने के लिए एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए।
- मेडिटेशन और ब्रीदिंग टेक्निक: यह तनाव को कम करने के प्रभावी उपाय हैं। रोजाना मेडिटेशन और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने की आदत फायदेमंद होती है। यह तनाव को काफी हद तक कम कर देता है।
- मेडिकल हेल्प लें: यदि तनाव अधिक है और इसे कंट्रोल करना कठिन हो रहा है, तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करना उचित रहेगा।
तनाव के अन्य हानिकारक प्रभाव
अनियंत्रित तनाव वजन बढ़ाने, अनिद्रा, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी और कई अन्य बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है। यह शरीर में हार्मोनल असंतुलन भी उत्पन्न कर सकता है। इसलिए, तनाव को नियंत्रित करना और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना अत्यंत आवश्यक है।