आमतौर पर हम सभी प्रतिदिन किसी न किसी रुप में हल्दी का इस्तेमाल करते हैं। हल्दी के फायदे अनगिनत हैं। हल्दी का पौधा (करकुमा लोंगा) अदरक के परिवार से संबंधित है। इसमें कैंसर रोधी, सूजन रोधी, एंटीऑक्सीडेंट और रोगाणुरोधी गुण होते हैं। हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एक प्रमुख बायोएक्टिव यौगिक है। हर्बल उपचार में, इसका उपयोग हृदय रोगों, यकृत रोगों, अल्जाइमर, मधुमेह, मूत्र पथ के संक्रमण और घाव भरने के इलाज में किया जाता है। इसके अलावा भी हल्दी कई मायनों में सेहत के लिए फायदेमंद है। आइए जानते हैं सेहत के लिए हल्दी के अनोखे फायदे।
अल्जाइमर रोग ठीक करे (Treat Alzheimer’s Disease)
यह देखा गया कि हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन अल्जाइमर रोग के रोगियों में कॉग्निटिव फंक्शन में सुधार करता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण फायदेमंद होते हैं। अल्जाइमर रोग सूजन और ऑक्सीडेटिव क्षति के माध्यम से तंत्रिका कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। करक्यूमिन इस क्षति से लड़ता है और संभावित रूप से उपचार में सहायता करता है।
हृदय को स्वास्थ्य रखे (Promote Heart Health)
दुनिया में हर साल होने वाली मौतों में से 31% मौतें हृदय रोग के कारण होती हैं। हल्दी के नियमित सेवन से इसे कम करने में मदद मिल सकती है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-थ्रोम्बोटिक और कार्डियोप्रोटेक्टिव प्रभाव पाए गए हैं। इसलिए हल्दी का किसी न किसी रुप में नियमित सेवन करना चाहिए।
कैंसर का खतरा कम करे (Reduce Cancer Risk)
हल्दी कोलन, ओरल कैविटी और त्वचा के कैंसर के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव डालती है। करक्यूमिन कैंसर के खतरे को कम कर सकता है और इसके प्रसार को धीमा कर सकता है। यह यौगिक कीमोथेरेपी को अधिक प्रभावी बनाता है और इस प्रक्रिया में स्वस्थ कोशिकाओं की रक्षा करता है। करक्यूमिन प्रोस्टेट, फेफड़े और अग्न्याशय सहित लगभग सभी प्रकार की कैंसर कोशिकाओं पर समान प्रभाव दिखाता है।
डायबिटीज के इलाज में (Diabetes Treatment)
करक्यूमिन रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकता है। यह फैटी लीवर के इलाज में भी मदद कर सकता है, जो डायबिटीज से जुड़ी एक आम चिंता है। यह यौगिक डायबिटीज संबंधी न्यूरोपैथी के जोखिम को भी कम कर सकता है। करक्यूमिन न केवल रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है बल्कि रक्त में उच्च वसा के स्तर को भी नियंत्रित करता है।
अवसाद और चिंता का इलाज करें (Treat Depression And Anxiety)
अध्ययनों से पता चलता है कि हल्दी का उपयोग डिप्रेशन वाले व्यक्तियों के इलाज के लिए किया जा सकता है। एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि करक्यूमिन अवसाद के लिए एक सुरक्षित और सहनीय उपचार है। करक्यूमिन को अवसादरोधी दवाओं की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए भी सहायक पाया गया है। इसलिए नियमित इसका सेवन करने से यह समस्या दूर हो जाएगी।
बुढ़ापे के लक्षणों को रोके (Delay Signs Of Aging)
करक्यूमिन के एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण उम्र बढ़ने की गति को धीमा करने में मदद कर सकते हैं। करक्यूमिन में एंटीमुटाजेनिक गुण भी होते हैं। यह त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाता है और इसमें एंटी-एजिंग प्रभाव हो सकते हैं। हल्दी काले धब्बे, काले घेरे और हाइपरपिग्मेंटेशन के इलाज में मदद कर सकती है।