कब्ज (Constipation) आमतौर पर जीवनशैली सहित अन्य कई कारणों से होता है। मल (stool) त्यागने में परेशानी को कब्ज का समस्या कहा जाता है। इससे पीड़ित व्यक्ति को हफ्ते में तीन बार या इससे भी कम बार मल होता है या उसे मल त्यागने में बहुत अधिक समय लगता है।
कॉन्स्टिपेशन या कब्ज बहुत ही आम समस्या है जो आमतौर पर हर व्यक्ति को अपने जीवनकाल में परेशान करता है। भोजन में डायटरी फाइबर (dietary fiber) और तरल पदार्थ न लेने और एक्सरसाइज न करने के कारण यह समस्या होती है। इसके अलावा भी बहुत से अन्य कारण होते हैं। लंबे समय तक कब्ज का सामना करने वाले मरीजों को क्रोनिक कॉन्स्टिपेशन (chronic constipation) से ग्रस्त माना जाता है। यह समस्या गंभीर न हो जाए इसलिए डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए। इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर कब्ज होता क्यों है। आपकी कौन सी आदतें बना देती हैं आपको कब्ज का मरीज।
पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों में समस्या (Problems with pelvic floor muscles)
वे मांसपेशियां जो धड़ के निचले हिस्से में अंगों को पकड़कर रखती हैं, पेल्विक फ्लोर मांसपेशियां कहलाती हैं। मलाशय से मल त्यागने के लिए इन मांसपेशियों को आराम देने और सहन करने की क्षमता दोनों आवश्यक हैं। इन मांसपेशियों की कमजोरी या समन्वय की समस्याएं पुरानी कब्ज (chronic constipation) का कारण बन सकती हैं।
खराब जीवनशैली (Lifestyle causes)
अगर आप बहुत हार्ड भोजन करते हैं, अपनी डाइट में फाइबर वाले आहार और फ्लुइड शामिल नहीं करते हैं और रोजाना एक्सरसाइज नहीं करते हैं तो आपको कब्ज की समस्या परेशान कर सकती है। यह समस्या होने पर आपको मल त्यागने में परेशानी होगी।
दवाओं का सेवन (Medicines)
कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण कब्ज (Constipation) हो जाता है। अगर आप पेन किलर, हाई ब्लड प्रेशर, दौरे, डिप्रेशन और एलर्जी की दवा खाते हैं तो कब्ज के मरीज हो सकते हैं। इसलिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
बृहदान्त्र या मलाशय ब्लॉक होना (Blockages in the colon or rectum)
बृहदान्त्र या मलाशय में ऊतकों को क्षति या परिवर्तन मल के मार्ग को अवरुद्ध कर सकता है। इसके अलावा, बृहदान्त्र, मलाशय या आस-पास के ऊतकों में ट्यूमर रुकावट का कारण बन सकता है।
अन्य कारक (Other factors)
कई स्थितियाँ मल त्यागने में शामिल मांसपेशियों, तंत्रिकाओं या हार्मोन के काम को प्रभावित कर सकती हैं। क्रोनिक कब्ज कई चीजों से जुड़ा हो सकता है, जिनमें इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, मधुमेह (Diabetes), मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple sclerosis) पार्किंसंस रोग (Parkinson’s disease), प्रेगनेंसी, ओवरएक्टिव थायराइड, जिसे हाइपरथायरायडिज्म भी कहा जाता है, इत्यादि शामिल है।
डॉक्टर के पास कब जाएं (When to see a doctor)
- यदि आपको निम्नलिखित में से किसी भी स्थिति के साथ कब्ज है, तो डॉक्टर से संपर्क करें:
- लक्षण जो तीन सप्ताह से अधिक समय तक रहते हैं।
- ऐसे लक्षण जो रोजमर्रा की गतिविधियों को करना मुश्किल बना देते हैं।
- आपके मलाशय से रक्तस्राव या शौचालय के ऊतकों पर रक्त।
- आपके मल में खून या काला मल।
- मल के आकार या रंग में अन्य असामान्य परिवर्तन।
- पेट दर्द जो रुकता नहीं है।
- बिना प्रयास किये वजन कम होना।