संगम में स्नान से पूर्व होती है इस देवता की पूजा
सनातन धर्म में कुंभ मेले को विशेष महत्व दिया जाता है। यह भारत की सांस्कृतिक धरोहर है।
कुंभ मेले में दुनियाभर से लाखों श्रद्धालु धार्मिक नदियों के पवित्र तटों पर स्नान करने के लिए आते हैं।
हिंदू धर्म के धार्मिक कुंभ मेले में प्रयागराज का विशेष स्थान है। यहां का त्रिवेणी संगम बेहद पवित्र माना जाता है।
प्रयागराज के संगम तट पर गंगा,यमुना और सरस्वती नदियों का मिलन होता है इसलिए यह बेहद खास है।
संगम तट पर स्नान करने से पूर्व वरुण देवता की पूजा होती है। यहां स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
पौराणिक शास्त्रों के अनुसार, वरुण देवता को जल के देवता और समस्त श्रष्टि के रक्षक के रूप में पूजा जाता है
माना जाता है कि स्नान पूर्व वरुण देवता की पूजा करने से जल की शुद्धता और पवित्र सुनिश्चित होती है।
कुंभ में कल्पवास का महत्व
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